अभि और अक्षु के एक नए घर में आने से होती है। अभि कहता है सॉरी, हमें यह घर बहुत कम समय में मिल गया। आभीर कहता है ठीक है, हम इसे नया बना देंगे। वे सभी घर की सफ़ाई करते हैं। ये रिश्ता क्या...खेलता है...वह चाय बनाने जाती है। वह पूछती है कि चीनी कहाँ है, आरू…। उसे आरोही का एक्सीडेंट याद आता है। अभि पूछता है कि तुम्हारा ध्यान कहाँ है। वह बच्चे के कारण अक्षु की खोई हुई अवस्था पर मजाक करता है। वह कहती है मैं ठीक हूं। वह कहते हैं कि कुछ दिन के लिए रिटायर हो जाओ। अभि उन्हें बाहर ले जाता है और नेमप्लेट दिखाता है। आभीर पूछता है कि उपनाम क्या है। अभि कहता है ए हाउस, हमारे नाम ए से शुरू होते हैं। अभिर कहता है वाह, तुम बहुत अच्छे हो। अक्षु का कहना है कि यह अच्छा है। आभीर कहता है आओ, हम नेमप्लेट ठीक कर देंगे। अभि कहता है कि वह कमरा मेरा है, और दूसरा तुम्हारा है, मुझे नहीं पता कि अगर हम साथ रहेंगे तो यह सही रहेगा या नहीं, मैं अपने लिए पास में ही कोई दूसरा घर ले सकता हूं। वह कहती है ठीक है, हम परिवार हैं। आभीर वर्दी पहनता है। वह कहती है कि पता नहीं, अभि ने एक ही दिन में तुम्हारा एडमिशन कैसे करवा दिया,